Tag: random musings

Nazm – Intezaar

तुझको मिलने का हरसू रहेगा इंतज़ारतुझे भी ये चाहत हो रहेगा इंतज़ार एक जहां में शामिल हूँ, दूजा ज़हन में हैपहले से हिज्र ख़त्म हो ये रहेगा इंतज़ार तेरी निगाहों से इश्क़ उतरेगा लबों परये वहम यकीं बने रहेगा इंतज़ार तय करनी है अभी कुछ नई मंज़िलें तुझेमेरी राह भी संग चले रहेगा इंतज़ार तेरा […]

Ghazal – Kuch Aur Hi Hoti Hai

नज़ारा कुछ और होता है, नज़र कुछ और ही होती हैअल्फ़ाज़ कुछ और करें बयां, ख़्वाहिश कुछ और ही होती है मंज़िलों की दुनिया में, हमसफ़र यूँ कैसे मिलेआज साथ चले जो दो कदम, कल राह वो जुदा होती है वो कहता है तदबीर बढ़ा, नज़र में है बंदे मेरीजहां चाहो बेइंतेहा, वो करम नहीं […]

Nazm – Lagtaa Hai

ठंड में वो गुनगुनी धूप सा लगता हैजीने को नया बहाना सा लगता है साँसों की तरह रहता है मुझ ही में वोतन्हा आलम अब ख़त्म होता सा लगता है शब महकती है उनके नाम से बेसबबचाँद में वो ही रौशन हुआ सा लगता है खामोशी में सुनता हूँ उनकी ही सदादिल हरसू उनसे रूबरू […]

Ghazal – Khayaal Aaataa Hai

एक से निपटूं, दूसरा चला आता हैउनका ख़्याल हर ख़्याल के बाद आता है उनसे जुदा होना तो अब मुमकिन नहींऔर वो मिल जाएँ, यकीन नहीं आता है उलझा रहता हूँ यूँही मसरूफ़ियत मेंउनको जो ना देखूं, तो क़रार आता है उनके बिन जीना, जीना है या मृगतृष्णासब सहरा है, पर पानी नज़र आता है […]

Nazm – Aayenge

आएंगे उनके साथ साथ, मेरे दिन भी आएंगेतस्वीर बन रही है, रंग भी चलें आएंगे देखो मुस्कुराहट, न खिंचे और ज़्यादाअश्क़ ताज़ा हैं, न चाह के भी छलक आएंगे किस से छुपे हैं, ज़ाहिर हैं आपके जलवेना लिखे हर्फ़, तो तारों में नज़र आएंगे कौन जाने इश्क़ को, बस इतनी ही खबर हैउनके ख़्वाब मेरी […]

Styles of leadership

Almost everyone finds themselves in a position where they have to lead a group at one point or the other. It can happen early in life and in a formal setting, say in the role of a class monitor at school, or happen informally, say in leading the pack of all younger cousins at family […]